कभी आप सोच सकते हैं कोई मगरमच्छ किसी पुजारी की बात मानता था और वह मांसाहारी नहीं था, देखिए यह खबर

 हमारा इंडिया न्यूज (हर पल हर खबर) देश दुनिया। केरल के 'शाकाहारी' मगरमच्छ बाबिया का कासरगोड के श्री आनंदपद्मनाभ स्वामी मंदिर में सोमवार को निधन हो गया. यह मगरमच्छ मंदिर आने वाले श्रद्धालुओं के लिए 75 साल से मुख्य आकर्षण का केंद्र था. मंदिर के पुजारियों के अनुसार, 'दिव्य' मगरमच्छ अपना अधिकांश समय गुफा के अंदर बिताता था और दोपहर में बाहर निकलता था. यह जलीय जीव सिर्फ मंदिर का प्रसाद खाकर जिंदा रहता था।



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