विश्व संगीत दिवस, छोटी लता के नाम से पहचानी जाती हैं ईशिता
पूरे भारत के साथ-साथ लंदन, कनाडा, दुबई, अफ्रीका, रूस और नीदरलैंड्स तक में ईशिता के गीतों का है जादू
जबलपुर। विश्व संगीत दिवस 21 जून को मनाया जाता है, संगीत दिवस को लेकर संस्कारधानी की कलाकार ईशिता विश्वकर्मा ने संगीत के महत्व और उसके बारे में बारीकी से जानकारी प्रदान की। ईशिता विश्वकर्मा ने अपने करियर की शुरुआत संस्कारधानी जबलपुर से की है, आज उनके सुरों की गूंज लंदन, कनाडा, दुबई, अफ्र ीका, रूस और नीदरलैंड्स तक सुनाई देती है, उन्हें अंतरराष्ट्रीय स्तर पर छोटी लता जी के नाम से जाना जाता है, क्योंकि वह स्वर कोकिला लता मंगेशकर के अमर गीतों को मंच पर जीवंत कर देती हैं, उनकी आवाज में वही माधुर्य, वही एहसास और वही समर्पण झलकता है, ईशिता विश्वकर्मा जी टीवी के सारेगामापा 2019 की विजेता रही हैं और इसके बाद उन्होंने सोनी टीवी के इंडियाज गॉट टैलेंट 2022 में प्रथम रनर अप बनकर देश भर में सराहना पाई, ईशिता का फि ल्मी करियर भी शानदार रहा है, उन्होंने 2023 में अरिजीत सिंह के साथ फि ल्म प्यार है तो है में प्लेबैक सिंगिंग से बॉलीवुड में डेब्यू किया।
संगीत के साथ साथ सामाजिक सरोकारों से भी ईशिता गहराई से जुड़ी हैं, वे मध्य प्रदेश सरकार के लाड़ो अभियान की ब्रांड एंबेसडर रह चुकी हैं और उन्होंने इसरो बेंगलुरु का दौरा कर भारत के उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू से सम्मान भी प्राप्त किया है। उन्हें भारत सरकार द्वारा धु्रव तारा के रूप में भी चुना गया है, यह सम्मान केवल देश के 30 विशिष्ट छात्रों को दिया गया था। ईशिता का सफ र आसान नहीं रहा, लेकिन उनकी मां का साथ और उनकी खुद की लगन ने उन्हें इस मुकाम तक पहुंचाया, वे बताती हैं कि संघर्ष तो रहा, लेकिन भगवान ने हर मोड़ पर उनका साथ दिया, वर्तमान में ईशिता मुंबई में स्थापित प्लेबैक सिंगर हैं और टी सीरीज, जी म्यूजिक़ कंपनी, सारेगामा जैसी प्रमुख म्यूजिक कंपनियों के साथ काम कर रही हैं, साथ ही उन्होंने कई भक्ति संगीत प्रोजेक्ट्स में भी अपनी आवाज दी है, जो श्रोताओं के बीच बेहद लोकप्रिय हैं। इस विश्व संगीत दिवस पर ईशिता विश्वकर्मा न केवल युवा गायकों के लिए प्रेरणा हैं, बल्कि भारतीय संगीत की समृद्ध परंपरा की सच्ची प्रतिनिधि भी हैं।