रक्षाबंधन के दिन महिलाओं को मेट्रों बस में फ्री में यात्रा करवाने की पहल किसकी, आखिर सबसे पहले किसने रक्षाबंधन में महिलाओं को दी थी सौगात, क्यों हो रही नि:शुल्क यात्रा करवाने पर राजनीति, देखिए यह खबर



हमारा इंडिया न्यूज (हर पल-हर खबर) मध्यप्रदेश/जबलपुर। भाई-बहन के पवित्र पर्व रक्षाबंधन के पावन अवसर पर शहर के प्रथम नागरिक एवं महापौर जगत बहादुर सिंह अन्नू ने विशेष पहल करते हुए माताओं, बहनों और मातृ शक्तियों को अनूठा उपहार दिया है। महापौर जगत बहादुर सिंह अन्नू के आग्रह पर शहरी परिवहन सेवा के अंतर्गत संचालित चलो बस कंपनी की 55 मेट्रो बसें चलाई गईं। जिसमें माताओं बहनों एवं मातृ शक्तियों को किसी भी प्रकार का किराया नहीं देना पड़ा। 



महापौर जगत बहादुर सिंह अन्नू ने बताया कि रक्षाबंधन पर्व को देखते हुए उन्होंने जबलपुर सिटी ट्रांसपोर्ट सर्विसेज लिमिटेड के अधिकारियों से चर्चा की एवं अपनी भावनाओं से अवगत कराया, जिसे स्वीकार करते हुए अधिकारियों ने रक्षाबंधन के अवसर पर शहरी परिवहन सेवा के अंतर्गत चलो बस कंपनी की 55 बसें नि:शुल्क चलाने पर अपनी खुशी से सहमति दे दी है और उनका संचालन भी हुआ और महिलाओं, माताओं व बहनों को इसका लाभ भी मिला।

सोशल मीडिया पर वायरल हो रही पूर्व महापौर डॉ स्वाति गोडबोले के नाम से यह पोस्ट:-


सोशल मीडिया में शुरू हो रही श्रेय लेने की राजनीति का लग रहा आरोप:- रक्षाबंधन के दिन महापौर जगत बहादुर सिंह अन्नू के द्वारा बहनों के लिए फ्री में मेट्रो बस की सेवा प्रदान करके महिलाओं को फ्री में मेट्रो बस की सेवाएं प्रदान करवाई गई। जिसको लेकर अब राजनीति शुरू हो गई है। फ्री मेट्रो बस की सेवा रक्षाबंधन में प्रारंभ करवाएं जाने का सिलसिला पूर्व महापौर प्रभात साहू के कार्यकाल से चला आ रहा है। सर्वप्रथम रक्षाबंधन के दिन वर्ष 2013 में तत्कालीन भाजपा के मेयर रहे प्रभात साहू के द्वारा इस सेवा को शुरू किया गया था, जिसके बाद वर्ष 2015 में मेयर रहीं डॉ स्वाति गोडवोले ने भी इस सेवा का जारी रखा और वर्तमान में कांग्रेस पार्टी से निर्वाचित होकर जबलपुर के महापौर बने जगत बहादुर सिंह अन्नू ने भी अपनी शहर की माताओं व बहनों के लिए रक्षाबंधन के दिन मेट्रो में यात्रा करने वाली बहनों के लिए यह सेवा नि:शुल्क रूप से प्रारंभ रखा। जिससे शहर की महिलाओं को लाभ भी मिला, लेकिन अब इसको लेकर सोशल मीडिया श्रेय लेने की राजनीति शुरू हो गई कि यह सेवा पहले से ही चली आ रही है, जिसका श्रेय वर्तमान महापौर के द्वारा लिया जा रहा है।



पूर्व के महापौरों ने भी दी थी फ्री बस सेवा की सौगातें:-

गौरतलब है कि रक्षाबंधन के दिन महिलाओं को मेट्रो बस में फ्री में यात्रा करने का निर्णय कई वष्र पुराना है, यह सिलसिला पूर्व महापौर प्रभात साहू के कार्यकाल से प्रारंभ होकर, पूर्व महापौर डॉक्टर स्वाति गोडबोले कार्यकाल तक चला। इसी क्रम को वर्तमान में कांग्रेस पार्टी से महापौर पद के प्रत्याशी के रूप में चुनाव लड़कर महापौर बने जगत बहादुर सिंह अन्नू ने भी इस सेवा व क्रम को रक्षाबंधन के दिन भी जारी रखा। जिससे शहर की प्रत्येक मताओं, बहनों व महिलाओं को लाभ मिल सका।

रक्षाबंधन में सौगात देने का निर्णय हमारा था:- पूर्व महापौर प्रभात साहू ने चर्चा में बताया कि रक्षाबंधन के दिन अपने शहर जबलपुर की महिलाओं, माताओं, बहनों और बच्चियों के लिए मेट्रो बस की सेवा हमारे कार्यकाल वर्ष 2013 के दौरान से मेरे द्वारा शुरू की गई थी, हमारा उद्देश्य यह था की हमारे शहर की माताएं, बहनें और महिलाओं को रक्षाबंधन के दिन उन्हें उपहार स्वरूप फ्री में मेट्रो बस में यात्रा करने की सौगात दी जाए, ताकि वह अपने अपने भाईयों व रिश्तेदारों के घर आसानी से आवाजाही कर सकें। इस प्रक्रिया को वर्तमान कांग्रेस के महापौर जगत बहादुर सिंह अन्नू ने जारी रखा यह अच्छी बात है।

हमारे कार्यकाल के दौरान यह सेवा प्रारंभ की गई थी:- पूर्व महापौर डॉक्टर स्वाति गोडबोले ने चर्चा में बताया कि रक्षाबंधन के दिन फ्री में मेट्रो बस में  यात्रा करने की सौगात उन्होंने अपनी बहनों, माताओं और महिलाओं के लिए उनके कार्यकाल वर्ष 2015 में प्रारंभ की गई थी, ताकि त्यौहार में सभी बहनें, माताएं व महिलाएं अपने अपने भाइयों को राखी बांधने के लिए आसानी से आवागमन मेट्रो बस के माध्यम से कर सकें । इस क्रम को महापौर अन्नू ने आगे बढ़ाया यह अच्छा कार्य है।


यह भी एक सवाल:- वैसे तो फ्री में रक्षाबंधन में महिलाओं को नि:शुल्क यात्रा कराने का काम पूर्व महापौरों के कार्यकाल में बस कंपनी के द्वारा किया गया था और इस बार भी चलो बस कंपनी ने महापौर जगत बहादुर सिंह अन्नू के आग्रह पर रक्षाबंधन के अवसर पर महिलाओं को नि:शुल्क यात्रा करवाई और इस दिन करीब 50 बसे शहर में त्यौहार के दिन दौड़ी, हर बार महापौर के आग्रह पर महिलाओं को रक्षाबंधन के दिन सौगात मिली, तो इसका श्रेय महापौर के साथ-साथ चलो बस कंपनी को भी जाना चाहिए।

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