हमारा इंडिया न्यूज (हर पल हर खबर) (आशीष विश्वकर्मा पत्रकार) मध्यप्रदेश/जबलपुर।समाज में ऐसे विरले लोग बहुत कम ही देखने को मिलते हैं जो अपने स्वयं के किसी खास अवसर को भी दूसरों को जीवनदान देने जैसे सार्थक कदम की ओर सोचते हैं, ऐसा ही कुछ समाजसेवी सरबजीत सिंह नारंग ने अपनी शादी की 25वीं सालगिरह के अवसर पर किया। जिन्होंने अपनी शादी की सालगिरह पर पति-पत्नी व बच्चे से रक्तदान करवाया, साथ में ही आमंत्रित तमाम अतिथियों से भी रक्तदान करवाया, इस प्रकार से शादी की सालगिरह के समारोह के अवसर पर 25 यूनिट ब्लड डोनेशन हो सका, जो किसी बीमारी से पीडि़तों के काम आएगा। इस तरह के अनूठे कार्य की हर वर्ग सराहना कर रहा है और उनके इस कदम को सभी के द्वारा काफी सराहा जा रहा है।
गौरतलब है कि रांझी निवासी सरबजीत सिंह नारंग पेशे एक व्यवसायी व समाजसेवी हैं, जो थैलेसीमिया की बीमारी को दूर करने जन जागरूकता व रक्तदान के क्षेत्र में दिशा वेलफेयर सोसायटी एवं समिति व मप्र थैलेसीमिया जन जागरण समिति के नाम से सामाजिक सरोकार में काम कर रहे हैं। जिनके द्वारा थैलेसीमिया की बीमारी से पीडि़तों को ब्लड उपलब्ध करवाए जाने का कार्य किया जाता है, इस कार्य को न केवल वह स्वयं करते हैं बल्कि उनके पत्नि रेनू नारंग जिनकी उम्र 50 वर्ष है, जिनका बी निगेटिव ब्लड ग्रुप है, जिनसे उन्होंने 20 बार रक्तदान करवा चुके हैं और उनका 23 वर्षीय बेटा सुखनम नारंग है, जिनका ब्लड ग्रुप बी पॉजिटिव है, जिससे उन्होंने 26 बार रक्तदान करवा चुके हैं, इस प्रकार से यह निरंतर अपने परिवार वालों व तमाम परिचितों से रक्तदान करवाते हुए थैलेसीमिया की बीमारी से जूझने वालों को समय पर रक्तदान करवाने का काम करते हुए आ रहे हैं। जिनके इस काम से न जाने अभी तक कितने लोगों को ब्लड मिल सका है।
हर वर्ग को जागरूक करने के उद्देश्य से किया कार्यक्रम:-
सामाजिक कार्यों से जुड़े होने के कारण और निरंतर रक्तदान के क्षेत्र में काम करने की वजह सरबजीत सिंह नारंग के द्वारा अपनी शादी की 25 वीं सालगिरह के अवसर पर रक्तदान का कार्य अपने मेहमानों से करवाया, ताकि वह समाज के समाने एक अनूठी मिसाल दे सकें और इस प्रकार से हर वर्ग को रक्तदान के प्रति जागरूक कर सकें और थैलेसीमिया की बीमारी के लिए भी प्रेरित कर सकें। इस प्रकार से आयोजन के दौरान मेडिकल ब्लड बैंक की टीम ने 25 यूनिट ब्लड संग्रहित किया, जो विभिन्न बीमारियों से पीडि़तों के काम आएगा। इस दौरान रक्तदान करने वालों को पुरूस्कार के तौर पर बैग व लिफाफे गिफ्ट किए गए, जिसमें उन्होंने रक्तदान व थैलेसीमिया की बीमारी से बचने का संदेश भी दिया।