त्वदीय पाद पंकजम, नमामी देवी नर्मदे के जयकारों से धर्ममय हुई संस्कारधानी, दर्शन कीजिए देवी मां नर्मदा जी के प्रकट उत्सव के विभिन्न कार्यक्रमों के और घर बैठे अर्जित करें पुण्य लाभ


हमारा इंडिया न्यूज (हर पल हर खबर) मध्यप्रदेश/जबलपुर।नमामी देवी नर्मदे, नमामी देवी नर्मदे की गूंज से पूरी संस्कारधानी धर्ममय हो गई, नर्मदा जी के प्रकट उत्सव के चलते जगह-जगह विविध धार्मिक आयोजन की धूम रही है, जिससे पूरी संस्कारधानी देवी मां नर्मदा की भक्ति में लीन दिखाई, वहीं विविध धार्मिक आयोजन ने तमाम नागरिकों को भक्तिमय वातावरण में बांध दिया, इसके अलावा तमाम नर्मदा नदी के घाटों में सुबह से लेकर देर शाम तक नर्मदा जी के दीदार को पाकर उनका आर्शीवाद प्राप्त करने भक्तों का तांता लगा रहा, वहीं देर रात्रि तक तमाम नर्मदा तटों व शहर में कई आयोजन होते रहे।






नर्मदा जन्मोत्सव को लेकर देवी जागरण से लेकर शहर के विभिन्न क्षेत्रों से चुनरी यात्रा निकाली गई और नर्मदा नदी के विभिन्न तटों पर पहुंचकर देवी मां नर्मदा को चुनरी अर्पित की गई। वहीं पूजन-पाठ के उपरांत भण्डारे का भी आयोजन किया गया। नर्मदा नदी के तटों पर भक्तों के पहुंचने का क्रम सुबह से लेकर देर शाम तक जारी रहा और सभी ने नर्मदा जी के जन्मोत्सव पर अपनी-अपनी अर्जी माता के दरबार में लगाई।




बुन्देलखण्ड शैली में विराजमान हुई देवी प्रतिमा
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श्री सुनरहाई नर्मदा भक्त परिवार के द्वारा बुन्देलखण्ड शैली की देवी मां नर्मदा जी की प्रतिमा स्थापित की गई। यह नर्मदा भक्त परिवार का दूसरा वर्ष है, जिसके दर्शन करने के लिए दूर-दूर से भक्तगण आते हैं। यह प्रतिमा स्वयं गौरव सोनी व विकास कोष्टा के द्वारा बनाई गई है।

जगह-जगह स्थापित की गई प्रतिमाएं
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शहर के विभिन्न क्षेत्रों में नर्मदा जी के प्रकट उत्सव के एक दिन पूर्व देवी मां नर्मदा की प्रतिमाएं स्थापित की गई, जिसमें विभिन्न समितियों के द्वारा नर्मदा नदी को पवित्र व निर्मल बनाए जाने का संदेश भी दिया गया। इस दौरान रात भर जागरण का क्रम भी चलता रहा और देवी मां की भक्ति में लीन तमाम भक्त दिखाई दिए।



नर्मदा के घाटों में उमड़ा जनसैलाब
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जिले व उसके आसपास के तमाम नर्मदा नदी के घाटों में नर्मदा जी के प्रकट उत्सव के चलते भक्तों का जनसैलाब दर्शन के लिए पहुंचा। जिसमें ग्वारीघाट, जिलहरीघाट, भिटौनीघाट, तिलवाराघाट, भेड़ाघाट, सरस्वतीघाट, लम्हेटाघाट, खिरैहनीघाट सहित अन्य तमाम नर्मदा नदी के घाटों में भक्तों का जन सैलाब उमड़ा रहा।

प्रशासन ने की चाकचौबंद व्यवस्थाएं
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नर्मदा जी के प्रकट उत्सव को लेकर भारी तदाद में आने वाले नर्मदा भक्तों को लेकर प्रशासन पहले से ही अलर्ट रहा। वहीं इस दौरान तमाम जरूरी व्यवस्थाओं को दुरूस्त रखा गया और किसी भी प्रक ार की आप्रिय घटनाओं से निपटने के लिए पुलिस बल, होमगार्ड के सैनिक सहित अन्य दल तमाम नर्मदा नदी के घाटों में मौजूद रहे, वहीं पुलिस प्रशासन के द्वारा यातायात की व्यवस्था नर्मदा नदी के घाटों से दूर कराई गई, ताकि जाम के हालात न बने, लेकिन भारी भीड़ होने के कारण जगह-जगह जाम जैसे हालात बने रहे। वहीं भक्तों को कई किलोमीटर पहले से ही पैदल यात्रा करते हुए नर्मदा तटों पर पहुंचना पड़ा।

भजन और डीजे के साथ निकाली चुनरी यात्रा
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नर्मदा जी के भक्तों ने डीजे, ढोल व भजन-कीर्तन के माध्यम से कई फिट लम्बी चुनरी यात्रा निकाली गई। इसमें भक्तों के द्वारा कई किलोमीटर तक पैदल यात्रा करते हुए नर्मदा नदी में चुनरी अर्पित करने के लिए पहुंचे।

सामाजिक कार्यकर्ताओं द्वारा दिया गया स्वच्छता का संदेश
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वहीं नर्मदा जी के प्रकट उत्सव के दौरान विभिन्न नर्मदा नदी के घाटों में पहुंचकर सामाजिक कार्यकर्ताओं के द्वारा नर्मदा नदी को स्वच्छ बनाने का संदेश दिया। इस दौरान विभिन्न बैनर पोस्टर के माध्यम से हर वर्ग को पवित्र जल को साफ और निर्मल बनाने की अपील भी की गई।




इस पार से उस पार तक ग्वारीघाट में चढ़ाई गई चुनरी
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नर्मदा जी के भक्तों के द्वारा कई फिट लम्बी चुनरी देवी मां नर्मदा जी को ग्वारीघाट के तट पर अर्पित की गई। इस दौरान ग्वारीघाट के उमाघाट से लेकर उस पार गुरूद्वावारे के उस पार तक चुनरी अर्पित कर मातारानी का श्रृंगार किया गया।












रामपुर तक लगा लम्बा जाम
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ग्वारीघाट में नर्मदा जी के दर्शन के लिए पहुंचने वाले श्रृद्धालुओं की संख्या इतनी थी कि तमाम भक्तों को लम्बा जाम का सामना करना पड़ा। बताया गया है कि यह जाम ग्वारीघाट मार्ग पर रामपुर चौक से शुरू हो गया था, इतना लम्बा जाम लगा हुआ था कि प्रशासन को यातायात व्यवस्था को कन्ट्रोल करने में सांसे फूलने लगी थी और प्रशासन की तमाम व्यवस्थाएं असफल साबित होते हुए दिखाई दी। जिससे तमात श्रृद्धालुओं को कई तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ा।











ग्वारीघाट में लगा जैमर, सोशल मीडिया से हुई दूरी
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नर्मदा जी के प्रकट उत्सव के अवसर पर प्रशासन के द्वारा ग्वारीघाट में जैमर लगाया। इस संबंध में प्राप्त हुई जानकारी के अनुसार जैमर इसलिए लगाया गया ताकि घाट व नर्मदा नदी की तस्वीरे सोशल मीडिया के मााध्यम से ज्यादा संख्या में वायरल न हो सके, जिससे वहां पर उमडऩे वाला जनसैलाब ज्यादा संख्या न पहुंच सके और किसी भी प्रकार से कोई अप्रिय घटना घटित भी न हो सके। वहीं जैमर के लगे होने के चलते सभी देवी मां के श्रृंगार की छवि को सोशल मीडिया में संबंधित स्थल से शेयर नहीं कर पा रहे थे, जिसके बाद सभी ने एक-दूसरे के मोबाईल को भी चैक किया की उनका मोबाईल फोन चल रहा है या नहीं तो सभी को ज्ञात हुआ कि ग्वारीघाट में किसी का मोबाईल फोन नहीं चल रहा और न ही वहां से कोई तस्वीरें शेयर हो पा रही हैं। इस तरह से वहां पर पहुुंचने वाले भक्तों को परेशान होता हुआ देखा गया।

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