मजदूरों की जान बचाने व बहादुरी के काम के लिए अंशु मनीष हुए सम्मानित,एनएचआईडीसीएल निदेशक अंशु मनीष खलको का जबलपुर में हुआ स्वागत, सामाजिक संस्थाओं ने किया कार्यक्रम, जबलपुर से है लम्बा नाता



हमारा इण्डिया न्यूज हर पल हर खबर मध्यप्रदेश/जबलपुर।उत्तराखण्ड की एक सुरंग में फंसे 41 मजदूरों का जीवन बचाने वालों की टीम में अहम भूमिका अदा करने वाले एनएचआईडीसीएल निदेशक अंशु मनीष खलको व बेटी मन्नत खलको का जबलपुर आगमन हुआ। जिनके आगमन पर थैलेसीमिया जन जागरण समिति व जबलपुर की विभिन्न सामाजिक संस्थाओं ने उनका स्वागत होटल सत्य अशोका में किया और देश के लिए महत्वपूर्ण योगदान देने के लिए पुष्पगुच्छ भेंटकर उन्हें सम्मानित किया। अंशु मनीष खलको ने शिक्षा और दीक्षा जबलपुर में ही अर्जित की है और वह यहां पर कुछ वर्षों तक प्रशासनिक पद रहकर अपनी सेवाएं दी हैं।





इस दौरान एनएचआईडीसीएल निदेशक अंशु मनीष खलको ने उत्तराखण्ड की सुरंग में फंसे मजदूरों को बचाने के लिए किए गए तमाम प्रयासों से अवगत कराया और किन-किन तरहों की चुनौतियों का सामना करना पड़ा और फिर मिशन सुरंग में फंसे मजदूरों का किस तरह से जीवन बचाकर सफलता अर्जित की, इससे सभी सामाजिक संस्थाओं के पदाधिकारियों को अवगत कराया। इसके अलावा उन्होंने सामाजिक संस्थाओं के पदाधिकारियों को संदेश देते हुए कहा कि जरूर नहीं कि देश की सेवा के लिए आप किसी सरकारी नौकरी या फिर सेना में जाए, बल्कि देश के नागरिक के रूप में और अपने पेशे के माध्यम से भी आप पीडि़त मानवता की सेवा कर मातृभूमि के लिए परोपकारी कार्य कर सकते हैं, बस जरूरत होती है अंदर से कुछ कर दिखाने की। इस मौके पर थैलेसीमिया जन जागरण समिति के विकास शुक्ला, सरबजीत सिंह नारंग, नरेश ग्रोवर, अजय घोष, डॉ संजय असाटी, आशीष विश्वकर्मा, विकास खण्डेलवाल, राहुल तिवारी, कपिल थडानी, अतुल केवट, दिव्यांशु विश्वकर्मा, डॉ सरिता साहू, रूपाली सिंघई, शिवांजली, विशाली जैन, सोनिया बडकुल, सुखद नारंग, ज्ञान मिश्रा आदि मौजूद रहे।

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