हमारा इण्डिया न्यूज हर पल हर खबर मध्यप्रदेश जबलपुर। जिले की सीमा में संचालित दुकानों में महंगी शराब बेची जा रही है। तीन दिन पूर्व जिला प्रशासन ने आबकारी विभाग को इसकी जांच कर कार्रवाई करने के निर्देश दिए थे, लेकिन कार्रवाई के नाम पर जिम्मेदारी अधिकारियों ने खानापूर्ति कर दी। कई अधिकारी शराब की दुकानों में जाकर फोटो सेशन कराकर लौट आए।
हकीकत यह है कि जिले में 143 शराब दुकानों के संचालकों ने सिंडिकेट बनाकर शराब के दाम 20 से 30 प्रतिशत तक बढ़ा दिए हैं। आबकारी विभाग की कार्रवाई के पहले दाम 20 प्रतिशत बढ़ाए गए थे, लेकिन कार्रवाई के बाद दाम 30 प्रतिशत तक बढ़ गए हैं। सूत्रों की माने तो इसमें आबकारी विभाग की मौखिक स्वीकृति है।
दरअसल फरवरी में नए ठेके की प्रक्रिया शुरू हो गई है। इस वजह से कई ठेके बदल रहे हैं तो कइयों में पुराने ठेकेदार ही ठेका लेने में जुट गए हैं। इस बीच आबकारी कंट्रोल में जिम्मेदारी संभालने वाले नए अधिकारियों ने इनकी ओर देखना भी बंद कर दिया है। कलेक्टर दीपक सक्सेना के निर्देश के बाद टीम जिन दुकानों में जांच करने पहुंची, वहां पहले ही फोन कर इसकी जानकारी दे दी गई।
कलेक्टर ने आबकारी विभाग के साथ-साथ पुलिस और प्रशासन के अधिकारियों को भी शराब की दुकानों में औचक निरीक्षण कर दाम की जांच करने के निर्देश दिए हैं, लेकिन इसका असर अभी तक नहीं दिखा। जबकि ब्यौहारबाग, रसलचौक, महाराजपुर, सुभाष नगर, विजय नगर, आइटीआइ, मालवीय चौक, बस स्टैंड, शारदा चौक समेत कई क्षेत्रों की शराब दुकानों में सिंडिकेट द्वारा दाम बढ़ा दिए गए हैं। इसका वीडियो भी इन दिनों इंटरनेट मीडिया में प्रसारित हो रहा है, लेकिन विभाग ने अभी तक इन पर कोई कार्रवाई नहीं की है। सूत्रों की मानें तो विभाग भी नहीं चाहता है कि अंतिम दौर में वे दुकानदार और सिंडिकेट से जुड़े लोगों को नाराज करें।