शिकायतों के बाद भी अधिकारी नहीं दे रहे ध्यान, कभी भी हो सकता है बड़ा हादसा...
बच्चों की जान जोखिम में
दीवारों में दरारें हैं, छत से टूटी सरिया लटक रही है। ऐसे में जान हथेली पर रखकर बच्चे पढ़ाई करने को विवश हैं। बारिश होने पर अधिकांश कक्षाओं में पानी भर बाता है, उसके बावजूद भी इस स्कूल की महम्मत और पुनर्निर्माण की ओर ध्यान नहीं दिया जा रहा है। यहां अध्ययन कर रहे छात्र-छात्राएं भी मजबूरी में वहां अध्ययन करते हैं और आसपास अच्छा स्कूल नहीं होने की वजह से अभिभावक भी अपने बच्चों की जान जोखिम में डालकर स्कूल भेजने को मजबूर हैं।
अभिभावकों की शिकायत अनसुनी
अभिभावकों ने आरोप लगाते हुर बताया कि स्कूल में कमरों की देवरों की दरारों में सांप व बिच्छू रेंगने की बात कई बर उनके बच्चे बताते हैं। झाली शिकायत कई कर स्कूल के शिक्षकों से की है, लेकिन अवा कहना है कि अधिकारी नहीं सुनते तो हम वा करें।
कब गिर जाए छत, भरोसा नहीं?
जनपद सदस्य क्षेत्र क. 10 के सदस्य नारायण शर्मा ने बताया कि बारिश में सभी कमरों से पानी टपकने लगता है। बताया कि इसकी सूचना जिला शिक्षा अधिकारी, कलेक्टर जबलपुर व मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत को की गई है। लेकिन किसी ने ध्यान नहीं दिया है।