तकनीकी शिक्षा विभाग ने फार्मेसी सहित अन्य कोर्सों में एडमिशन के लिए शेड्यूल जारी कर दिया है। बीफार्मा एवं डीफार्मा में तीन राउंड में प्रवेश होंगे। अंतिम चरण में कालेज लेवल काउंसिलिंग (सीएलसी) होगी। पहले राउंड में 19 से 27 नवंबर तक पंजीयन होंगे। छात्र-छात्राएं 28 एवं 29 नवंबर को रजिस्ट्रेशन में सुधार एवं दस्तावेजों का सत्यापन करा सकते हैं। विभाग द्वारा सात दिसंबर को सीटों का आवंटन किया जाएगा। इसके बाद विद्यार्थी 13 दिसंबर तक प्रवेश ले सकेंगे। हालांकि फार्मेसी काउंसिल आॅफ इंडिया (एफसीआई) ने कालेजों की मान्यता एवं निरंतरता जारी नहीं की है। पिछले वर्ष 116 बीफार्मा और 116 डीफार्म कालेजों की काउंसलिंग विभाग द्वारा कराई गई थी। वर्तमान सत्र में कितने कालेज भागीदारी करेंगे। इसकी स्थिति अभी तक स्पष्ट नहीं है। अभी तक एफसीआई ने करीब 80 कालेजों की ही निरंतरता जारी की है।
प्रदेशभर के कालेजों में खाली रह गईं सीटें
इंजीनियरिंग कालेजों में प्रवेश के लिए काउंसिलिंग प्रक्रिया समाप्त हो चुकी है। कालेजों में प्रवेश की जारी सूची के अनुसार बीते साल की अपेक्षा इस साल बीई-बीटेक में प्रवेश लेने वाले विद्यार्थियों की संख्या में करीब 8 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई है, लेकिन फिर भी प्रदेशभर के कालेजों में 20 हजार सीटें खाली रह गई हैं। अब प्रवेश प्रक्रिया पूरी होने के बाद जल्द ही कालेजों में कक्षाएं शुरू हो जाएंगी। बीते साल ज्यादा सीटें होने के बाद भी बीई व बीटेक में 35 हजार 169 प्रवेश हुए थे, जबकि इस साल 58 हजार सीटों पर 38 हजार से ज्यादा प्रवेश हो गए हैं।
एमसीए में अधिक और एमटेक में कम प्रवेश
इस बार एमई एमटेक में भी पिछले साल की अपेक्षा कम प्रवेश हुए। इस साल केवल 3128 विद्यार्थियों ने प्रवेश लिया है। पिछले साल 4 हजार से ज्यादा ने प्रवेश लिया था। एमसीए में इस साल करीब साढ़े तीन हजार प्रवेश हुए, जबकि बीते साल तीन हजार से भी कम थे। इस साल एम-आर्क की 18 सीटों में से 11 पर प्रवेश हुआ, जबकि 2021 और 2019 में सभी 18 सीटें भर गई थीं।