जबलपुर। कमिश्नर ऑफिस में पदस्थ एक बाबू को लोकायुक्त ने रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ दबोच लिया। बाबू ने एक मामला खारिज कराने के नाम पर 20 हजार रुपए की डिमांड की थी। आज दोपहर करीब 12 बजे जब वह रुपए ले रहा था, उसी दौरान लोकायुक्त ने धावा बोल दिया।
गढ़ा छोटी बजरिया निवासी अजय पाठक ने बताया कि भड़पुरा में उसकी जमीन है, जिसे लेकर कोर्ट में मामला चल रहा था। कोर्ट ने आदेश दिया कि उक्त मामले क ो कमिश्नर कोर्ट से खारिज कराना पड़ेगा।
अजय और उसका भाई कमिश्नर ऑफिस पहुंचा तो वहां उसकी मुलाकात क्लर्क महेंद्र मिश्रा से हुई। महेंद्र ने अजय से कहा कि वह मामला खारिज करा देगा लेकिन इसमें करीब 25 हजार रुपए का खर्च आएगा।
कई दिनों की बातचीत के बाद 20 हजार में बात तय हुई और अजय ने इस बात से लोकायुक्त को भी अवगत करा दिया। लोकायुक्त के अधिकारियों ने पूरी प्लानिंग के साथ आज ऑफिस खुलने के बाद केमिकल लगे 20 हजार रुपए के नोट दिए।
आॅफिस पहुंचकर अजय ने जैसे ही महेंद्र को रुपए दिए, बाहर खड़ी लोकायुक्त की टीम ने अंदर पहुंचकर उसे रंगे हाथ पकड़ लिया। इसके बाद अरोपी बाबू को सर्किट हाउस नंबर 2 लाया गया, जहां उसके खिलाफ प्रकरण दर्ज कर कार्रवाई की जा रही है।