राजुल रत्न चौरसिया: जबलपुर का गौरव, सफलता की उच्चाईयों की कहानी

 

हमारा इण्डिया न्यूज हर पल हर खबर मध्यप्रदेश जबलपुर।जबलपुर के शहर से निकलकर आये एक युवा कलाकार ने अपनी कला और उदारता से लोगों का दिल जीता है। राजुल रत्न चौरसिया, मुन्ना लाल और चंद्रा कुमारी के पुत्र हैं और उनकी साहित्यिक कविताएं और उपन्यास ने उन्हें एक सफल लेखक के रूप में साबित किया है।




राजुल ने अपनी पहली किताब 'होस्टलर्स: आलूफ वर्ल्ड की कहानी' के साथ साहित्यिक जगत में कदम रखा था, जो 2017 में प्रकाशित हुई थी। उनका दूसरा उपन्यास 'सुइसाइडर: द थ्रिलर मिस्ट्री' आज अमेज़न, फ्लिपकार्ट, और आस्तिवत्वा स्टोर जैसे ऑनलाइन प्लेटफॉर्मों पर लॉन्च हुआ है। इस किताब में रहस्य और सस्पेंस का महौल भरा है।


इसके अलावा, राजुल ने भारत के एक सबसे कठिन परीक्षा में से एक, GATE, में टॉप किया और अपनी उच्च शिक्षा के लिए एमटेक की डिग्री हासिल की है, जिसमें वे पर्यावरण के क्षेत्र में विशेषज्ञ हैं।





राजुल की व्यापक और बहुपरकारी प्रकृति ने उसे विभिन्न क्षेत्रों में सफलता दिलाई है और उन्हें एक प्रेरणास्त्रोत माना जा सकता है, विशेषकर युवा पीढ़ियों के लिए। उनकी साहित्यिक यात्रा और अद्वितीय उपलब्धियों के साथ, राजुल का इंस्टाग्राम हैंडल @rajulratna पर उनसे संपर्क कर सकते हैं।


इस युवा लेखक ने सुइसाइडर के माध्यम से अपनी कला का प्रदर्शन किया है और आने वाले समय में उनसे और भी उत्कृष्टता की प्राप्ति की जा सकती है। उन्हें उनके उपन्यास के रूप में साहित्यिक दुनिया में स्वागत किया जाता है, और वह निश्चित रूप से एक उच्च स्तर के लेखक की पहचान बनाए रखेंगे।

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