इस शैक्षणिक भ्रमण का उद्देश्य छात्राओं को औषध निर्माण की व्यावहारिक जानकारी प्रदान करना एवं आयुर्वेदिक औषधियों की निर्माण प्रक्रिया, गुणवत्ता नियंत्रण तथा अनुसंधान पद्धतियों से परिचित कराना था।
भ्रमण के दौरान छात्राओं ने विभिन्न औषध निर्माण इकाइयों — चूर्ण, वटी, आसव-अरिष्ट, तेल एवं घृत निर्माण विभाग — का अवलोकन किया तथा विशेषज्ञों से औषध निर्माण के प्रत्येक चरण की विस्तृत जानकारी प्राप्त की।
बैद्यनाथ फार्मेसी के वरिष्ठ अधिकारि एवं तकनीकी विशेषज्ञ श्री निकेत मिश्रा जी एवं उनकी टीम ने छात्राओं का स्वागत करते हुए उन्हें पारंपरिक आयुर्वेदिक औषधि निर्माण की वैज्ञानिक पद्धतियों एवं गुणवत्ता मापदंडों के बारे में बताया।
इस अवसर पर संस्थान की ओर से उपस्थित सहयोगी प्राध्यापक डॉ निशाकुमारी पी. आर., डॉ पूजा शहा, सहायक प्राध्यापक डॉ अलका यादव ने भी विद्यार्थियों को आयुर्वेदिक औषध निर्माण में अनुसंधान एवं नवाचार के महत्व पर मार्गदर्शन दिया।
इस भ्रमण को यशस्वी करने के लिये ॲकॅडेमिक डीन डॉ सुज्ञान जैन जी का मार्गदर्शन एवं विभाग प्रमुख डॉ शिवहर ओफले का सहयोग रहा।
संस्थान के प्राचार्य डॉ स्वप्नील सिंघई जी ने इस शैक्षणिक भ्रमण की सराहना करते हुए कहा कि ऐसे कार्यक्रम विद्यार्थियों को व्यवहारिक ज्ञान प्रदान करते हैं तथा उन्हें आयुर्वेद के औद्योगिक पक्ष से अवगत कराते हैं।
